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krishan kumar nirman

कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से: गोद!!!

गोद!!! मौन हूँ! स्तब्ध हूँ!! निशब्द हूँ!!! परेशान भी हूँ!!!! क्योंकि..जब..... प्रेम है शाश्वत प्रेम है नित्य प्रेम है सनातन प्रेम है जीवन आधार फिर भी....... न जाने क्यों लोग खेलते हैं प्रेम से ही फुटबाल की तरह और......…
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कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से: हरियाणवी गीतिका भाग-2

संवेदनाओं  से परिपूर्ण समाज  नहीं है। शहर में आंसू बहाने का रिवाज नहीं है।। वक्त की लाठी पड़ती है बड़े ही जोर से। याद रखना उसमें होती आवाज नहीं है।। कल होगा यकीनन गाँठ बाँध कर रख। मिलेगा भरोसे से तुझे जो आज नहीं है।।…
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कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से: मरे हुए मर्द

मरे हुए मर्द ये स्त्री है जो सब सहकर भी ज़िंदा है अरे ओ!!! मर्दानगी का दम्भ भरने वालों एक बार स्त्री का हिसाब करके ही दिखा दो जैसे रहती है स्त्री वैसे जीवन भर नहीं मात्र दो दिन जीकर दिखा दो मान जाएंगे तुम्हारी मर्दानगी को…
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कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से: रफ कॉपी

  कृष्ण कुमार निर्माण रफ कॉपी आप चाहे तो,  मुझ पर लिख सकते हैं किसी भी विषय की  कोई भी लाइन  या सवाल चाहे तो, मुझे फाड़कर फेंक सकते हैं चाहे तो, खेल भी सकते हो मुझसे चाहे तो, कहीं छोड़ दो या पटक दो या फिर.... जहाज बनाकर खेल…
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कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से: चार मुक्तक

चार मुक्तक चल  अब  तू  भूल ही जा मुझे सनम। अपने  दिल  की कैद से आजाद कर।। मेरे  दिल  से निकलकर उड़ जा अब। इस तरह से तू मेरी कुछ इमदाद कर।। सबसे  हंसकर  मिला  कीजिए। मत  कभी  कोई  गिला कीजिए।। उसकी  तो  फितरत  है…
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कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से: दो मुक्तक part -2

  कृष्ण कुमार निर्माण दो मुक्तक जो  दिल  के करीब हो उसे मीत  कहते हैं। दिल  में जो उतर जाए उसे गीत  कहते हैं।। बकि सब तो है बस खानापूर्ति ही निर्माण। इश्क  में हार  जाने को ही जीत  कहते हैं।। सीने  में  हम…
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कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से : कदये प्यार ना करियो

कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से : माणस दागी सै कृष्ण कुमार निर्माण (करनाल, हरियाणा) कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से : बेशक उल्फ़त मुहबत देना कदये प्यार ना करियो हँसी ख़ुशी त्ये रहणा चाहवो त्ये,प्यार ना करियो भूलक्ये  कदये …
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कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से : अभी आया है घाम कमेरे

कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से : माणस दागी सै कृष्ण कुमार निर्माण (करनाल, हरियाणा) कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से : दिल तोडू फिरये जगत म्ह अभी आया है घाम कमेरे करता  जा  तू काम  कमेरे। मिलेगा  तुझको दाम कमेरे।। कभी…
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कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से : दिल तोडू फिरये जगत म्ह

कृष्ण कुमार निर्माण (करनाल, हरियाणा) कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से : बेशक उल्फ़त मुहबत देना दिल तोडू फिरये जगत म्ह दिल तोडू घणे  फिरये  जगत म्ह। एक  आध ना ये निरये जगत म्ह।। लेणा  एक  ना  अर  देणा दो रये। सुथरी  बात सब करये जगत…
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कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से : बेशक उल्फ़त मुहबत देना

कृष्ण कुमार निर्माण ( करनाल, हरियाणा ) कृष्ण कुमार निर्माण की कलम से : दिल तोडू फिरये जगत म्ह बेशक उल्फ़त मुहबत देना दुःख   में   अपनी   जिंदगी  खोना। बस  हर पल घुट घुटकर ही  रोना।। कोई  फेंके,खेले  या  फिर तोड़ दे। कैसे बना…
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