सोनीपत: बाबा जिंदा धाम में पांच राज्यों से पहुंचे दो लाख श्रद्धालु
समाधि स्थल श्री श्री 108 मठ जिंदा बाबा में चैत्र शुदी चौदस पर लगे दो दिवसीय मेले के दूसरे दिन भीड़ अधिक होने पर श्रद्धालु धाम से करीब तीन किलोमीटर दूर अपने वाहन खड़े कर सड़क व खेत के रास्ते से निकल कर धाम तक पहुंचे। श्रद्धालुओं ने बाबा जिंदा नाथ समाधि के सामने मत्था टेक सुख-शांति की कामना की। उधर, पूजा-पाठ करने के बाद श्रद्धालुओं ने स्वेच्छा से रक्तदान किया।
- हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ, दिल्ली से आए श्रद्धालुओं पूजा-अर्चना की
सोनीपत, (अजीत कुमार): हरियाणा प्रदेश जिला सोनीपत के गांव मोई माजरी में बाबा जिंदा नाथ का दो दिवसीय मेला रविवार और सोमवार को लगा इसमें हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ, दिल्ली से आए लगभग दो लाख श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। बाबा जिंदा नाथ और माता की समाधि पर माथा टेका मठाधीश महंत बाबा बालक नाथ का आशीर्वाद लिया।
समाधि स्थल श्री श्री 108 मठ जिंदा बाबा में चैत्र शुदी चौदस पर लगे दो दिवसीय मेले के दूसरे दिन भीड़ अधिक होने पर श्रद्धालु धाम से करीब तीन किलोमीटर दूर अपने वाहन खड़े कर सड़क व खेत के रास्ते से निकल कर धाम तक पहुंचे। श्रद्धालुओं ने बाबा जिंदा नाथ समाधि के सामने मत्था टेक सुख-शांति की कामना की। उधर, पूजा-पाठ करने के बाद श्रद्धालुओं ने स्वेच्छा से रक्तदान किया।
मठाधीश बाबा बालक नाथ ने मंगलकारी संदेश में कहा कि यह श्रद्धा भक्ति का सुन्दर स्वरुप है। यहां हिंदू मुस्लिम एक साथ मिलकर पूजा करते हैं। संभवत: यह पहला ऐसा स्थल जहां देवर भाभी की एक साथ समाधि है और पुजा की जाती है। पशुओं की बीमारी, मच्छ, रसोली, चरम रोग दूर होते हैं। आने वाले श्रद्धालुओं की ऐसी मान्यता है। मन्नत पूरी होने पर बाबा जिंदा धाम पर सवा पांच किलो गुड़ की भेली, माता का सूट, झाडू, दूध आदि प्रसाद के तौर पर चढ़ाते हैं। भविष्य में इस तरह के कष्ट न हो इसके लिए सुख-शांति की कामना करते हैं।
मेले में ये शिविर दादा जसपाल सेवा समिति के प्रधान अमित राणा ने बताया कि समिति की ओर से लगाया गया। दो दिवसीय रक्तदान शिविर के दूसरे दिन 50 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। बच्चों के लिए खेल खिलौने की जमकर खरीददारी की गई। सुरक्षा की व्यवस्था को संभालने के लिए पुलिस कर्मी तैनात रहे। चप्पे-चप्पे नजर बनाए रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे इसके लिए एक कंट्रोल रुम बनाया गया था।