दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: पर्यावरण दिवस काव्यलोकट्रेंडिंग नाउदलीचंद जांगिड By दलीचंद जांगिड़ On Jun 5, 2023 124 पर्यावरण दिवस ======================= वन मे वृक्षों का वास रहने दो झील झरनों मे मे साँस रहने दो वृक्ष होते है जगंल के वस्त्र छीन मत लेना, यह लिबास रहने दो वृक्ष पर घोसला है चिड़िया का तोड़ो मत यह निवास रहने दो पेड़ पौधे है चिराग है वन के वन मे बाकी उजास रहने दो वन विलक्षण विधा है कुदरत की इस अमानत को हम खास रहने दो Also Read सोनीपत: कश्यप ऋषि की मूर्ति स्थापना उत्सव में शामिल हुए… सोनीपत: गरीब परिवारों को मिलने वाले 5 किलो राशन के कोटे को… आओ सब मिलकर पेड़ लगाओ पर्यावरण को हम खास बनाओं पेड़ अधिक काटे जा रहे है ज्यादा आओ सब मिलकर पेड़ लगाओं सब मिलकर पर्यावरण को बचाओं पर्यावरण को याद दास्त बनाओं पेड़ पौधें लगाओ 🥦🌳🌱🌴🌲🌳🥦 पर्यावरण को बचाओ….. 💧🫧💦💧🫧💦💧 ======================= जय श्री ऋषि अंगिरा जी की Dalichand Jangid SataraEnvironment Daypoet Dalichand Jangid Satarapoet Dalichand Jangid Satara MumbaiWorld Environment Day
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