कामयाबी के कदम: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में सबसे कम उम्र के भारतीय मूल के काउंसिलर तुषार कुमार को किया सम्मानित
अपने संबोधन में तुषार कुमार ने भविष्य को आकार देने में परिश्रम और सांस्कृतिक विरासत से जुड़े रहने की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उनका उद्देश्य छात्रों में उद्देश्य और प्रेरणा की भावना जगाना और उनसे समाज में सार्थक योगदान देने का आग्रह करना था।
- तुषार कुमार ने राष्ट्र-निर्माण पर मुख्य भाषण देकर विश्वविद्यालय के छात्रों को प्रेरित किया
मेरठ (अजीत कुमार): चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ ने हाल ही में एक प्रतिष्ठित कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें सबसे कम उम्र के भारतीय मूल के पार्षद तुषार कुमार सम्मानित अतिथि थे। कुमार की उपस्थिति और भाषण मुख्य आकर्षण थे, जिन्होंने राष्ट्र निर्माण में युवाओं की प्रभावशाली भूमिका की ओर ध्यान आकर्षित किया।
इस कार्यक्रम की गरिमा उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्य राज्य मंत्री, औद्योगिक विकास राज्य मंत्री, जसवन्त सिंह सैनी की उपस्थिति से और भी बढ़ गई। सैनी की अंतर्दृष्टि और भागीदारी ने कार्यवाही में महत्वपूर्ण गहराई जोड़ दी, जिससे यह सभी के लिए एक यादगार अवसर बन गया।
अपने संबोधन में तुषार कुमार ने भविष्य को आकार देने में परिश्रम और सांस्कृतिक विरासत से जुड़े रहने की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उनका उद्देश्य छात्रों में उद्देश्य और प्रेरणा की भावना जगाना और उनसे समाज में सार्थक योगदान देने का आग्रह करना था।
सभा में अन्य उल्लेखनीय हस्तियाँ भी शामिल थीं जैसे नेहरू युवा केंद्र के अध्यक्ष प्रतीक गर्ग, एक सम्मानित प्रिंसिपल गरिमा वर्मा और एक उद्योगपति विनीत अग्रवाल शारदा। उनके सामूहिक अनुभव और दृष्टिकोण ने दिन के संवाद और चर्चाओं को बहुत समृद्ध किया।
कार्यक्रम के उत्कृष्ट आयोजन के लिए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के छात्रों की सराहना की गई। उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने कार्यक्रम की सफलता में योगदान दिया और इसे सभी उपस्थित लोगों के लिए एक उल्लेखनीय अनुभव बना दिया।
तुषार कुमार का विश्वविद्यालय दौरा एक कार्यक्रम से कहीं अधिक था; यह भविष्य के नेताओं के रूप में युवाओं की क्षमता और उत्साह का प्रमाण था। उनकी समापन टिप्पणियों में युवा दिमागों को सशक्त बनाने, उन्हें उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य की आधारशिला के रूप में स्थापित करने के महत्व पर प्रकाश डाला गया।
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