सोनीपत: सावन में घेवर की कमाई से 9 लाख 51 हजार गौशाला मे देने का ऐलान

कोयले की भट्ठी की आंच में घेवर, जलेबी व समोसा, सभी खाद्य पदार्थ बाजार से बहुत कम रखे गए हैं। सादा घेवर 300 रुपए, दूध का ब्राउन घेवर 350 व मावे का घेवर 400 रुपए प्रति किलोग्राम रखा है।

Title and between image Ad

सोनीपत: खरखौदा में शुक्रवार को सैदपुर गौशाला के सामने समाज सेवी एवं शुद्ध खाने के समर्थक राकेश मलिक ने देसी घी व देसी खांड से बने घेवर के स्टॉल लगाए। गुरुकुल से आए छात्रों ने मंत्रोच्चारण के साथ यज्ञ किया। स्टॉल लगाने से पहले उन्होंने एेलान किया है कि सारी कमाई गौशाला को दान दी जाएगी। जिसने सीजन में करीब 9 लाख 51 हजार रुपए की राशि गौशाला को दान में दी जाएगी।

कोयले की भट्ठी की आंच में घेवर, जलेबी व समोसा, सभी खाद्य पदार्थ बाजार से बहुत कम रखे गए हैं। सादा घेवर 300 रुपए, दूध का ब्राउन घेवर 350 व मावे का घेवर 400 रुपए प्रति किलोग्राम रखा है। जलेबी 250 रुपए प्रति किलोग्राम रखा है। समोसे 5 रुपए रखा है। गौशाला सेवा समिति व जिला परिषद चेयरपर्सन के पति राजबीर दहिया ने कहा कि ऐसे व्यक्तियों को संस्था द्वारा सम्मानित किया जाएगा। छत्तीसगढ़ से कई क्विंटल खांड मंगवाई गई है। देसी घी व गाय का शुद्ध दूध गौशाला से लिया जा रहा है। इस बार कोयले की भट्ठी लगाकर सारे व्यंजन तैयार किए जा रहे हैं। ताकि प्राकृतिक तरीके से मिठाई बनाई जा सके।

राकेश का कहना है कि उन्होेंने अपनी गांव में जमीन भी डिस्पेंसरी के लिए दान में दी हुई है। मानव सेवा उनका उद्देश्य है। जो भी कमाई होती है उसे वे गौशाला को दान देते हैं। इस साल गौशाला को साढ़े नौ लाख रुपए दान देंगे इसके बाद मुनाफा अधिक हुआ तो वो सारा मुनाफा भी गौशाला को दान में दिया जाएगा।

Connect with us on social media

Comments are closed.