पंजाब: संत निरंकारी मिशन द्वारा निरंकारी भवन हरिके में आयोजन किया रक्तदान शिविर
इस रक्तदान शिविर में हरिके पत्तन के साथ-साथ चोहला साहिब, गोइंदवाल साहिब, पट्टी, भिखीविंड और तरन-तारन शाखाओं के निरंकारी भक्तों का उत्साह सराहनीय रहा। श्री राकेश सेठी जी ने निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी के प्रेरक वचन "खून नालियों में नहीं बल्कि मनुष्य की नसों में बहना चाहिए" को याद किया और कहा कि निरंकारी महात्मा रक्तदान करके पूरी मानवता के साथ अपना रक्त संबंध स्थापित कर रहे हैं।
दयालपुर,(शमशेर सिंह): सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राजपिता रमित जी की असीम कृपा से संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन ने आज संत निरंकारी भवन, हरिके में रक्तदान शिविर का आयोजन किया। इसका उद्घाटन संत निरंकारी मंडल, अमृतसर के जोनल प्रभारी राकेश सेठीजी ने किया।
इस रक्तदान शिविर में हरिके पत्तन के साथ-साथ चोहला साहिब, गोइंदवाल साहिब, पट्टी, भिखीविंड और तरन-तारन शाखाओं के निरंकारी भक्तों का उत्साह सराहनीय रहा। श्री राकेश सेठी जी ने निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी के प्रेरक वचन “खून नालियों में नहीं बल्कि मनुष्य की नसों में बहना चाहिए” को याद किया और कहा कि निरंकारी महात्मा रक्तदान करके पूरी मानवता के साथ अपना रक्त संबंध स्थापित कर रहे हैं। हमें सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज से ‘मानव को मानव होय पीरा, एक दूसरे को दे सहारा’ का आदेश मिला है। रक्तदान निःस्वार्थ सेवा की एक ऐसी सुंदर शिक्षा है जिसमें केवल सर्वहित की कामना ही मन में होती है। तब दिल में यह भावना नहीं जगती कि केवल हमारे रिश्तेदार या हमारा परिवार ही महत्वपूर्ण है, बल्कि पूरा विश्व ही हमारा परिवार बन जाता है। मानव कल्याण के लिए संत निरंकारी मिशन दुनिया भर में समय-समय पर रक्तदान शिविर, वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान, प्राकृतिक फसलों के लिए मदद के लिए हमेशा तैयार रहता है।
इस रक्तदान शिविर में गुरु नानक देव अस्पताल, अमृतसर और सिविल अस्पताल, पट्टी की ब्लड बैंक टीमों ने 129 यूनिट रक्त एकत्र किया। इस अवसर पर शाम सिंह, स्थानीय समन्वयक, राजेश कुमार, समन्वयक, भिक्खीविंड, लखविंदर सिंह, क्षेत्रीय समन्वयक और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। निरंकारी सेवादल ने अपनी सेवाएं बखूबी निभाईं।
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