दलीचंद जांगिड सातारा वालों की कलम से: गौडवाड़ के कवि से मिलने कभी भी गूगल पर आ जाओ, आपका स्वागत है….

Title and between image Ad

हर पल हर घड़ी हाजिर मिलेगा आपकी सेवा में आपका यह सेवक कवि……..
“ज्ञान ज्योति दर्पण की वेवसाईड” के किवाड़ खोलना ना भूले…..

कवि निवेदन…. ⬇

नाम दलीचंद जांगिड बतावे
गांव खौड जिला पाली बतावे
गौडवाड़ जांगिड समाज रो बेटो बतावे
कविता नित नवीन गावे
जांगिड समाज रा रोज गीत गावे
बात नित नवा जमाना री सुणावे
रास्तो समाज प्रगति रो बतावे
टीका टीपणी सू हमेशा दूर रेवे
नहीं बहस बाजी में माथो लड़ावे
अपनी धून में चालतो रेवे
माँ शारदे री हर रोज आज्ञा पावे
उण हिसाब सू आज्ञा बध्द कलम चलावे
अपणे “कर्म योग” ने सफल बणावे
लिखी कविता सब ने मन भावे
इणने अपणी “धन संपदा” बतावे
कलम रो सदा धर्म निभावे
बेटो बणने समाज सू आशिर्वाद मांगे
इसी रित ओ कवि सदा निभावे
राम राम जी सब ने कहे सुणावे
हाथ जोड़ जय श्री विश्वकर्मा जी की
नित सुप्रभात में सबने सुणावे
कविता नित नवीन गावे….
जांगिड ब्राह्मण कूळ रो बेटो बतावे
नाम आपरो दलीचंद उमराणिया बतावे….
जय श्री ऋषि अंगिरा जी की
====================

कवि/लेखक: दलीचंद जांगिड सातारा महाराष्ट्र
पैत्रिक गांव खौड जिला पाली राजस्थान
मो: 9421215933

Connect with us on social media

Comments are closed.