दीपों का त्यौहार: दीपावली के पावन पर्व पर पुगथला में श्रद्धालुओं ने टेका आस्था का माथा
दादा अभय सिंह देवता का मंदिर पुगथला के प्रधान मनजीत ने कहा कि सभी देशवासियों को सबसे पहले दिपावली के पवन पर्व की शुभकामनाएं दी। इसके साथ ही सभी ग्रामवासियों का धन्यवाद किया जिन्होनें प्रसाद को वितरित करने मे सहयोग किया।
गन्नौर: देशभर में शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में दिपावली का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया गया है। दिपावली पूजन से पहले श्रद्धालुओं ने अपने दादा खेड़े और पूर्वजों को नमन किया और परिवार में खुशाली की प्रार्थना की। श्रद्धालुओं में श्रद्धा, भक्ति, समर्पण और शक्ति का सुंदर सा स्वरूप जागृत हुआ। भारतीय संस्कृति की यही खूबसूरती है कि यहां तीज-त्यौहार लोगों को आपसी भाईचारे का संदेश देते हैं। दिपावली का त्यौहार जीवन में खुशियों के बहार लाता है।
सोनीपत के गांव पुगथला के श्रद्धालुओं ने अपने कुलदेवता, पित्र देवता, दादा खेड़ा को नमन किया। यहां समर्पित स्वयंसेवकों ने अपनी निस्वार्थ भाव से सेवाएं दी। अपने इष्ट को नमन किया। दादा अभय सिंह देवता का मंदिर पुगथला के प्रधान मनजीत ने कहा कि सभी देशवासियों को सबसे पहले दिपावली के पवन पर्व की शुभकामनाएं दी। इसके साथ ही सभी ग्रामवासियों का धन्यवाद किया जिन्होनें प्रसाद को वितरित करने मे सहयोग किया। हम सब मिलकर आगे इस मुहिम को बढ़ाते रहें और अपने देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त करते रहें।
प्रधान मनजीत ने कहा कि हर व्यक्ति अपना सहयोग करे, बचे प्रसाद को खराब होने से बचाये और जरूरतमंद तक पहुंचाए। वास्तविक सेवा यही है कि हम जरूरतमंद की सेवा कर पाएं। आपका ये छोटा सा प्रयास बहुत से इंसानों को खुशी प्रदान करता है। पूरी समिति के सदस्य बधाई के पात्र हैं। सेवा समर्पण के साथ सेवा की जाए तो जीवन खुशहाल हो जाता है।
दादा अभय सिंह देवता मंदिर पुगथला के प्रधान मंजीत, कोषाध्यक्ष अंकित, पंडित बलराम, सहायक सचिव नवीन मलिक, सचिव सुरजीत, जगदीप, देवेंद्र, अंकित उर्फ कालू, सत्यवान, अंकुश, रिंकू, आदि सेवा कार्य मे शामिल रहे।
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