स्पेशल स्टोरी: पुरखास के अखाड़े की माटी का तिलक एक वरदान: राजेश पहलवान
अनिरुद्ध के पहले गुरु मास्टर बिजेंद्र ने कहा कि बचपन में लंगोटी बांधकर पुरखास के अखाड़े में लेकर गए आज वो नन्हा अनिरुद्ध भारत का रेसलिंग स्टार बन गया। अनिरुद्ध ने पिता ने दूसरे पहलवानों को मदद करी लेकिन आज उनके बेटे की यह खुशी देखने के लिए वो हमारे बीच नहीं हैं।
सोनीपत: कांग्रेस युवा खेल प्रकोष्ठ के पूर्व उपाध्यक्ष राजेश पहलवान पुरखासिया ने कहा कि जिस भी पहलवान ने पुरखास के अखाड़े की माटी का तिलक एक वरदान है। जिसने भी तिलक किया और दिल से समर्पित होकर जोर अजमायश की उसने विश्व में नाम कमाया है।
एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप 2023 में शानदार प्रदर्शान करने के बाद नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्वदेश लौटने पर पदक विजेता अनिरुद्ध गुलिया का स्वागत अवसर पर सोमवार की अलसुबह बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत का सबसे कम उम्र का अर्जुन अवार्ड लेने का रिकार्ड पुरखास के रमेश कुमार के नाम है जो हरियाणा पुलिस में डीएसपी हैं। अनिरुद्ध उसी मिट्टी की खुशबू से महकता हुआ विश्व में कुश्ती के शानदार प्रदर्शन के साथ पदक लेकर आया आने वाला समय भारत का कुश्ती के लिए बहुत अच्छा है।
नन्हा अनिरुद्ध भारत का रेसलिंग स्टार बन गया: पहला गुरु
अनिरुद्ध के पहले गुरु मास्टर बिजेंद्र ने कहा कि बचपन में लंगोटी बांधकर पुरखास के अखाड़े में लेकर गए आज वो नन्हा अनिरुद्ध भारत का रेसलिंग स्टार बन गया। अनिरुद्ध ने पिता ने दूसरे पहलवानों को मदद करी लेकिन आज उनके बेटे की यह खुशी देखने के लिए वो हमारे बीच नहीं हैं।
कुश्ती में भारत का भविष्य उज्जवल है: भारत केसरी नरेंद्र पुनिया
पहलवान अनिरुद्ध के मार्गदर्शक भारत केसरी नरेंद्र पुनिया ने कहा कि यह भारत की बहुत बड़ी उपलब्धि है कि देश को ऐसा शानदार पहलवान मिला जो जूनियार से सीधा सीनियर में गया और पहली बार में ही पदक लेकर आया यह इसका पहला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक अनिरुद्ध को मिला है। भविष्य में देश को और बेहतरीन परिणाम मिलेंगे। कुश्ती में भारत का भविष्य उज्जवल है।
पूरा गांव सभी खेल प्रेमी स्वागत समारोह करेंगे: सरपंच बहादुर
पुरखास धीरान के सरपंच बहादुर (रिटायर डीएसपी) ने कहा कि अनिरुद्ध के पिता स्वर्गीय बलवान आज हमारे बीच में नहीं हैं लेकिन अनिरुद्ध पुरे गांव पुरखास का, पूरे देश का बेटा है। यह जान लो कि गाम (गांव) राम होता है भगवान होता है, जिसका भगवान होता है उसका हर काम होता है बेहतर परिणाम होता है। कई साल के बाद पुरखास में यह खुशी आई है, इसका स्वागत वास्तव में यादगार होगा क्योंकि यह एक आदमी नहीं पूरा गांव सभी खेल प्रेमी स्वागत समारोह करेंगे।
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