सोनीपत: प्राण वायु देवता पेंशन योजना के आवेदनों के लिए सत्यापन के लिए पहुंचे टीम के सदस्य

टीम के सदस्यों ने पेड़ों की जानकारी ली और ये पता किया की पेड़ की स्थिति कैसी है स्वस्थ है या नहीं।

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सोनीपत: प्राण वायु देवता पेंशन योजना के तहत पाने के लिए 75 साल से अधिक पुराने पेड़ों को लेकर सोनीपत जिलें में दावा किया गया है की इन पेड़ों की वास्तविक स्थिति जानने के लिए रेनू बाला, आईएफएस डीएफओ सोनीपत के मार्गदर्शन में एक टीम का गठन किया गया था। जिसमें श्यो प्रसाद डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर सोनीपत जैव विविधता बोर्ड पंचकूला ,भगत सिंह ब्लॉक ऑफिसर और वन संरक्षक नविन कुमार और पंकज ने कई गांवों का दौरा किया। टीम के सदस्यों ने पेड़ों की जानकारी ली और ये पता किया की पेड़ की स्थिति कैसी है स्वस्थ है या नहीं।

Sonipat: Team members arrived for verification of applications for Pran Vayu Devta Pension Scheme. इस मौके पर ब्लॉक ऑफिसर ने प्राण वायु देवता योजना के बारे में लोगों को बताया की पेड़ों की सुरक्षा के लिए भारत सरकार ने कई कानून बनाए हैं। और पेड़ों के संरक्षण के लिए भी केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही है। इन योजनाओं का लाभ प्राप्त कर आप भी पर्यावरण संरक्षण का काम कर सकते हैं। इस अवसर पर और अधिक जानकारी देते हुए श्यो प्रसाद डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर सोनीपत ने बताया की पेंशन पाने के लिए नियम योजना के तहत यदि किसी व्यक्ति के घर या स्वयं की जमीन पर 75 साल या उससे ज्यादा की उम्र का पेड़ है तो वो अपने संबंधित जिले के वन विभाग कार्यालय में जाकर आवेदन कर सकते हैं।

इसके बाद एक समिति द्वारा उस आवेदन का आकलन किया जाएगा। सत्यापन उपरांत सभी शर्तें पूरी पाई जाती हैं तो लाभार्थी व्यक्ति को पेड़ों से मिलने वाली पेंशन दी जाएगी लाभार्थियों को दी जाने वाली इस सहायता से 75 वर्ष से अधिक पुराने वृक्षों के रखरखाव के लिए प्रदान की जाती है। पेड़ों की कटाई को रोकने में इस योजना से सहायता मिलेगी और अधिक से अधिक लोग इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए प्रेरित होंगे तथा पर्यावरण को भी सुरक्षित रखा जा सकेगा इस विजिट के दौरान सिसाना गांव की धर्मार्थ गौशाला में दो पीपल के पेड़ों, स्कूल में पांच पेड़ों और गढ़ी सिसाना में तेरह जाल के पेड़ और एक पीपल व गांव मटिण्डू में चार जामुन और एक पीपल और एक नीम के पेड़ की जाँच की गई की उन पेड़ों की वास्तविक आयु क्या है उनके बारें में गांव के लोगों से जाना। इस अवसर पर गांव के कैप्टन सतीश, वेद प्रकाश, संतलाल, नविन, मास्टर भले राम आदि ग्रामीण मौजूद रहें।

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