सोनीपत: सांसद कौशिक ने चार गौशालाओं को अनुदान राशि वितरित की

सांसद कौशिक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ही एकमात्र ऐसी राजनीतिक पार्टी है जो गौसेवा एवं गौ सम्मान के प्रति समर्पित है। बीजेपी के सत्ता में आने से पहले गौवंश की हालत दयनीय थी, भाजपा ने गौ कशी कानून बनाया गया जिसने गौ हत्या की घटनाओं पर रोकथाम में अहम भूमिका निभाई।

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सोनीपत, (अजीत कुमार): सांसद रमेश कौशिक ने गांव सिसाना, निरथान, सैदपुर तथा हरसाना स्थित गौशालाओं को सरकार की आरे से शुक्रवार को अनुदान राशि वितरित की है। उन्होंने कहा कि गौ माता का हमारी सभ्यता, संस्कृति तथा परम्पराओं से बहुत गहरा और पुराना नाता है।

Sonipat: MP Kaushik distributed grant money to four cow sheds.
सोनीपत: गौशाला प्रबंधन को अनुदान राशि का चेक प्रदान करते सांसद रमेश कौशिक।

सांसद कौशिक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ही एकमात्र ऐसी राजनीतिक पार्टी है जो गौसेवा एवं गौ सम्मान के प्रति समर्पित है। बीजेपी के सत्ता में आने से पहले गौवंश की हालत दयनीय थी, भाजपा ने गौ कशी कानून बनाया गया जिसने गौ हत्या की घटनाओं पर रोकथाम में अहम भूमिका निभाई। गौ माताएं सर्वश्रेष्ठ, पवित्र, पूजनीय और संसार भर में उत्तम हैं। इनके  दूध,  दही, घी  के  बिना  संसार में यज्ञ सम्पन्न नहीं  होते। गौ  में सदैव  लक्ष्मी निवास करती है। गाय का दूध सुपाच्य होता है और इसमें सर्वाधिक एमिनो एसिड पाए जाते हैं। गाय के गोबर में भी ऐसे गुण  पाए जाते हैं कि जिस  स्थान को इससे लेप दिया जाता है वह स्वच्छ हो जाता है।

इस दौरान उन्होंने सिसाना गौशाला को 27.80 लाख, निरथान गौशाला को 2.83 लाख, सैदपुर गौशाला को 3 लाख तथा हरसाना गौशाला को 1.83 लाख रूपये की अनुदान राशि वितरित की। राज्य में गौ सेवा  आयोग  बनाया  गया है।  प्रदेश  में  गाय  की डेयरी के लिए 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। राष्ट्रीय  गोकुल मिशन के अन्तर्गत देसी गायों की नस्ल संरक्षण एवं विकास के लिए राजकीय पशुधन फार्म, हिसार में गोकुल धाम की स्थापना की गई है। अनुदान राशि में 11 गुणा की बढ़ोतरी की है। गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नस्ल सुधार, स्पेसिफिक सीमन, सोलर प्लांट, दो रुपए प्रति यूनिट बिजली उपलब्ध कराने, पंच गव्य से तैयार होने वाले उत्पादों के लिए रिसर्च को बढ़ावा देने, डीएपी का विकल्प जैविक उर्वरक, पेंट, अर्क, धूप, घी, पॉलीथिन के विकल्प के तौर पर पौधों के लिए गमले तैयार करने आदि कार्य किए गए हैं।

 

 

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