सोनीपत: जैवविविधता के संरक्षण से जुड़े प्रयासों को बढ़ाना होगा- श्यो प्रसाद

भारतीय संस्कृति के विकास में जैव विविधता का महत्वपूर्ण स्थान है, धार्मिक एवं परम्परागत तरीको से हम जैव विविधता से गहरी तरह से जुड़े हुए है।जिला समन्वयक श्यो प्रसाद ने यह भी बताया की खुदके भविष्य को बचाने के लिए जैव विविधता का संरक्षण अनिवार्य है।

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सोनीपत: हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड के जिला समन्वयक ने राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खांडा सोनीपत में जैव विविधता जागरूकता अभियान के तहत छात्राओं को बताया गया की जैव विविधता संरक्षण क्यों जरुरी है देखा जाए तो जिस तरह से इंसान अपनी बढ़ती इच्छाओं को पूरा करने के लिए भूमि उपयोग में बदलाव कर रहा है वो जैवविविधता के लिए बड़ा खतरा है।

ऐसे में वैज्ञानिकों का मानना है कि वैश्विक स्तर पर जैवविविधता को होते नुकसान के लिए यह कदम अत्यंत जरुरी हैं। जिसके लिए इस भूमि पर जैवविविधता के संरक्षण से जुड़े प्रयासों को बढ़ाना होगा। क्योंकि जैव विविधता प्रकृति द्वारा दी गयी। सबसे कीमती और महत्वपूर्ण चीजों में से एक है एवं जीवन के हर एक स्तर और पहलू के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर श्यो प्रसाद ने छात्राओं को बताया की किस प्रकार जैव विविधता कार्यशील पारिस्थतिक तंत्र प्रदान करती है जो ऑक्सीजन, स्वछ हवा और पानी, पौधों के परागण, किट नियंत्रण, प्रदूषण नियंत्रण, आपदाओं से सरंक्षण और कई पारिस्थतिक तंत्र सेवाओं की आपूर्ति करती है। उन्होंने बताया कि किस प्रकार जैव विविधता हमारे सांस्कृतिक/सामाजिक महत्व पर भी गहरा प्रभाव डालती है।

भारतीय संस्कृति के विकास में जैव विविधता का महत्वपूर्ण स्थान है। धार्मिक एवं परम्परागत तरीको से हम जैव विविधता से गहरी तरह से जुड़े हुए है। जिला समन्वयक श्यो प्रसाद ने यह भी बताया की खुदके भविष्य को बचाने के लिए जैव विविधता का संरक्षण अनिवार्य है। एक आम इंसान के तौर पर हम दिए गए कुछ उपाओ से जैव विविधता का सरंक्षण कर सकते है जैसे की मानव जनसँख्या बढ़ने से रोके। संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करें एवं संसाधनों को प्रदूषित होने से रोके। पेड़ो की कटाई रोके एवं ज्यादा से ज्यादा स्थानीय प्रजाति के पेड़ लगाए।

स्थानीय जैव विविधता से जुड़े पारम्परिक ज्ञान एवं प्रजातियो का सरक्षण करें ,खुद जागरूक बने लोगों को जागरूक बनाए। विदेशी प्रजातियों का उन्मूलन करें एवं स्थानीय प्रजातियों को महत्व दें। खुद को सर्वोपरि समझने की बजाये जैव विविधता का एक भाग समझ कर जिम्मेदारी के साथ जीवन जिए इस अवसर पर राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खांडा की कुसुमलता, रौशनी, ममता आदि अध्यापिकाएं मौजूद रही।

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