सोनीपत: छोटी ड्रेन के पानी को साफ कर ही ड्रेन नंबर-08 में डालें:डॉ. सीआर बाबू

डा. बाबू ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों व गांव के गन्दे पानी को साफ कर ही ड्रेन नंबर-8 में डालें ताकि इस पानी का सदुपयोग किया जा सके। वन्य जीवों की सुरक्षा के अलावा पर्यावरण सरंक्षण भी जरूरी है।

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  • गोहाना के कासंडी में अमृत धरोहर योजना जल शोधन प्रणाली का निरीक्षण किया  
  • ड्रेन में जाने वाले गन्दे पानी को तुरंत प्रभाव से रोकें डॉ. सीआर बाबू ने कासंडी के सरपंच व अधिकारियों को दिए निर्देश

सोनीपत: दिल्ली विश्वविद्यालय से रिटायर्ड पर्यावण वैज्ञानिक डॉ. सीआर बाबू ने शुक्रवार को भारत सरकार की अमृत धरोहर योजना के अंतर्गत गांव कासंडी में स्थित ड्रेन पर बनाई गई जल शोधन प्रणाली का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों व कासंडी के सरपंच को निर्देश दिए कि ड्रेन में जाने वाले गांव के गंदे पानी का तुरंत प्रभाव से राेकें।

Sonipat: Clean the water of small drain and put it in drain number-08:Dr. cr babu
सोनीपत: दिल्ली विश्वविद्यालय से रिटायर्ड पर्यावण वैज्ञानिक डॉ. सीआर बाबू जल शोधन प्रणाली का निरीक्षण करते हुए।

डा. बाबू ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों व गांव के गन्दे पानी को साफ कर ही ड्रेन नंबर-8 में डालें ताकि इस पानी का सदुपयोग किया जा सके। वन्य जीवों की सुरक्षा के अलावा पर्यावरण सरंक्षण भी जरूरी है। हम पानी को साफ कर ही ड्रेन में डालें ताकि इस पानी को अगर पशु-पक्षी या किसान खेत में सिंचाई के लिए प्रयोग करें तो किसी प्रकार का नुकसान न हो। उन्होंने कहा कि कांसडी में इस जल शोधन प्रणाली का निर्माण इसलिए किया गया था ताकि पानी औद्योगिक क्षेत्र से आने वाले गन्दे पानी को साफ कर ही आगे ड्रेन नंबर-08 में डाला जाए और इसका सदुपयोग हो सके।

उन्होंने ड्रेन के पानी के परवाह को देखते हुए सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ड्रेन की लगातार सफाई करवाई जाए ताकि पानी का परवाह ठीक प्रकार से हो सके। उनकी टीम द्वारा ड्रेन के पानी के सैंपल लिए गए हैं। हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण के कार्यकारी उपाध्यक्ष प्रभाकर कुमार, तकनीकी सलाहकार रविकांत, वैज्ञानिक अविनाश शारदा, सीएमजीजीए जतिन, पंचायत विभाग के एक्सईएन अश्वनी फौगाट, सिंचाई विभाग के एक्सईएन पुनीत तथा गांव के सरपंच संदीप आदि उपस्थित रहे।

 

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