संत निरंकारी मिशन: आप ईश्वर से मिलेंगे, उसे अपने हृदय में स्थान देंगे, तभी जागृत होगा मानवता के प्रति प्रेम

सभी में ईश्वर है और सभी श्रेष्ठ हैं, कोई जाति-पाति का बंधन व्यक्ति के मन में नफरत नहीं लाता, निस्वार्थ सेवा और आपसी सहयोग से रहने की भावना ही मानवता है।

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दयालपुर (शमशेर सिंह): सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की कृपा से ईश्वर को जानने के बाद ही हम अपने मूल स्वरूप को जान पाते हैं कि हम आध्यात्मिक रूप से इस ईश्वर का हिस्सा हैं। एसएच चावला सदस्य प्रभारी संत निरंकारी मंडल दिल्ली संत निरंकारी सत्संग भवन भीखी विंड और पट्टी में आयोजित सत्संग कार्यक्रम में पहुंचें।

ईश्वर को जानने से ही पूरे विश्व में एकता की अनुभूति
इस शुभ अवसर पर उन्होंने कहा कि एक ईश्वर को जानने से ही पूरे विश्व में एकता की अनुभूति होती है, ईश्वर को जानकर यदि भक्ति प्रेम एक साथ किया जाए तो यह प्रेम इस अर्थ में भक्ति बन जाता है कि सभी में ईश्वर है और सभी श्रेष्ठ हैं, कोई जाति-पाति का बंधन व्यक्ति के मन में नफरत नहीं लाता, निस्वार्थ सेवा और आपसी सहयोग से रहने की भावना ही मानवता है। स्थानीय संयोजक राजेश कुमार के समक्ष सदैव सर्वहित को ध्यान में रखें।

आये हुए महानुभाव, सूरज एवं सी जोन के जोनल प्रभारी राजेश कुमार। इस संत समागम में आसपास के क्षेत्रों से आए हजारों श्रद्धालुओं ने निरंकारी जी का स्वागत एवं धन्यवाद करते हुए भजन, गीत, कविता आदि के माध्यम से सत्संग का आनंद लिया।

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