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Dharm Karma

 सिद्धपीठ तीर्थ सतकुंभा धाम:सावन माह में रविवार पूर्णिमा और रक्षाबंधन अदभुत संयोग; सिद्ध पीठ सत…

गन्नौर: सिद्ध पीठ सतकुम्भा धाम पर सावन के महीने में विशेष संयोग बहुत सालों के बाद बन रहा है रविवार का दिन पूर्णिमा और रक्षाबंधन एक साथ में इनका आना अद्भुत संयोग है ऐसे पावन अवसर पर सिद्धपीठ सतकुंभा धाम पर स्नान बहुत ही लाभप्रद है। रसिया…
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धर्म-कर्म: जानिए शास्त्रों के अनुसार क्या है भोजन करने के नियम

नई दिल्ली: इंसान को जब भूख लगती है तो व्यक्ति को खाना याद आता है। जाहिर है वक्त पर भोजन करना बहुत जरुरी भी है। मगर आजकल लोग ज्यादातर अपना वक्त अपने कामकाज करने या फिर घूमने-फिरने में बिताना पसंद करते हैं। वक्त पर भोजन न करना जहां हमारी सेहत…
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धर्म-कर्म:क्या आप भी गुस्से में उबल पड़ते हैं? अगर हां, तो इसे तुरंत पढ़ें

नई दिल्ली: युवक अपने मोबाइल के स्पीकर को फुल वॉल्यूम में खोलकर गाना सुन रहा था। पास खड़े कुछ दूसरे युवकों ने उसे आवाज धीमी करने या बंद कर देने के लिए कहा तो उसने अनदेखी कर दी। इस पर दूसरे युवाओं को इतना गुस्सा आया कि उन्होंने वहीं पास में…
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Jagannath Rath Yatra 2021:जगन्नाथ रथ यात्रा 2021 आज से शुरू, जानिए इस त्योहार का क्या है धार्मिक…

उड़ीसा : जगन्नाथ रथ यात्रा का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। इस रथ यात्रा का आयोजन पुरी, उड़ीसा के जगन्नाथ मंदिर से किया जाता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, जगन्नाथ रथ यात्रा हर साल आषाढ़ महीने में शुक्ल पक्ष के दूसरे दिन होती है। हर साल बड़ी…
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धर्म कर्म:ऐसी जगह जहा आपको भगवन श्रीकृष्ण के होने का अहसास होगा

आध्यात्मिक नगरी मथुरा वृंदावन में कई ऐसी जगह है जिन्हें देखकर आपको भी ये यकीन हो जाएगा कि यहां भगवान श्री कृष्ण ने  जन्म लिया था। यह जगह भगवान श्री कृष्ण की बाल लीला की गवाही देती है। भगवान श्री कृष्ण के मामा कंस का किला यही यमुना के तट पर…
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धर्म-कर्म:अपने भविष्य में सफलता और उन्नति के लिए आजमाकर देखें ये वास्तु टिप्स

करियर या 'कर्म' दुनिया पर हमारे कार्यों के प्रभाव को इंगित करता है, वह स्थिति जो हम जीवन में प्राप्त करने में सक्षम हैं, चाहे वह सेवा हो या व्यवसाय। दफ्तर का वातावरण आजकल ऐसा हो गया है कि काम के दबाव और गलाकट प्रतिस्‍पर्द्धा के बीच आपको…
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धर्म-कर्म:प्रकृति आनंद से भरपूर है; प्राण और शरीर का योग जीवन है

हमारी प्रकृति आनंद से भरपूर है, परन्तु मनुष्यों ने संसार को दुखमय बताया है। दुख और आनंद साथ-साथ नहीं रह सकते। संसार हमारे मन का सृजन है। प्रकृति सदा से है। आनंद से भरी पूरी होने के कारण ही वह सतत् सृजनरत है। संसार इसी का भाग है। तो भी हम…
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धर्म-कर्म:क्या आपके बच्चों की राशि ये है तो कभी नहीं पड़ती आपको शनि की साढ़ेसाती, जानें अपना हाल

आपको यह सुनकर हैरानी होगी लेकिन कुछ राशियों पर शनि की साढ़ेसाती का भी बुरा प्रभाव नहीं होता। यही नहीं शनि की कुदृष्टी होने के बाद भी कुछ बच्चों को उसके पूरे बुरे परिणाम नहीं मिलते। ये सत्य है कि शनि हर किसी के लिए बुरे नहीं होते क्योंकि कुछ…
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