सोनीपत: जय गंगा देवी द्वार के नाम से हरसाना कलां का प्रवेश द्वार जाना जाएगा
स्वामी दयानंद सरस्वती महाराज के सानिध्य में हरसाना कलां के प्रवेशद्वार की नींव रखते हुए विधिवत रूप से भूमि पूजन किया गया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के ओएसडी भूपेश्वर गौड़ की माता सविता गौड़ व पिता पंडित रघुबर दयाल गौड़ समारोह में प्रमुख अतिथियों के रूप में शामिल हुए।
- ओएसडी भूपेश्वर दयाल गौड़ के माता-पिता ने रखी प्रवेशद्वार की नींव
सोनीपत: गांव हरसाना कलां के प्रवेशद्वार को अब जय गंगा देवी द्वार के नाम से जाना जाएगा, बुधवार को जिसकी नींव ओएसडी भूपेश्वर दयाल गौड़ के माता-पिता ने रखी है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के आह्वान पर यह शुरुआत की गई है जिसके लिए वे हमेशा आभारी रहेंगे।
स्वामी दयानंद सरस्वती महाराज के सानिध्य में हरसाना कलां के प्रवेशद्वार की नींव रखते हुए विधिवत रूप से भूमि पूजन किया गया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के ओएसडी भूपेश्वर गौड़ की माता सविता गौड़ व पिता पंडित रघुबर दयाल गौड़ समारोह में प्रमुख अतिथियों के रूप में शामिल हुए।
स्वामी दयानंद सरस्वती ने आशीर्वाद देते हुए कहा कि यह अनुकरणीय पहल है। समाज व महिलाओं के लिए बेहतरीन कार्य करने वाली दो महिलाओं के नाम पर गांव के प्रवेशद्वार की स्थापना स्वागत योग्य है। ओएसडी की माता सविता गौड़ ने स्व. जय देवी व गंगा देवी को नमन करते हुए कहा कि गांव के प्रवेशद्वार से दोनों विभूतियों का नाम अमर हो जाएगा। ग्रामीणों को भी समाज सेवा के लिए लगातार प्रेरणा व प्रोत्साहन मिलता रहेगा।
पं. रघुबर दयाल गौड़ ने बताया कि जय देवी और गंगा देवी उनकी माता व दादी के नाम हैं। इन दोनों विभूतियों के नाम पर ही हरसाना कलां के प्रवेशद्वार की स्थापना की जा रही है। ग्रामीणों ने इसके लिए आगे आकर पहल की है। यह ग्रामीणों की भावना को दर्शाता है कि वे दोनों महान विभूतियों का कितना सम्मान करते हैं। स्वर्गीय जय देवी व गंगा देवी ने समाज सेवा के क्षेत्र में बढ़-चढक़र काम किया। इस अवसर पर उपस्थित ग्रामीणों ने भी बधाई दी। साथ ही उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी तथा युवाओं के लिए यह प्रेरणादायी प्रवेशद्वार बनेगा।
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