सोनीपत: भिगान टोल प्लाजा पर सिपाही के पास से मिली चोरी की कार
उन्होंने बताया कि वह अपने दोस्त के पास पानीपत गए थे। वहां से लौटते समय उन्होंने मुरथल के भिगान टोल प्लाजा पर अपना पहचान पत्र दिखाकर कार को निकाला था।
- चोरी की कार का नंबर व चेसिस नंबर बदलकर बेच दी
- यूपी नंबर की कार 9 लाख 20 हजार रुपये में धोखे से बेची चोरी की कार
- सिपाही ने धोखे से चोरी की कार बेचने वालों के खिलाफ केस दर्ज करवाया
- इसी रजिस्ट्रेशन नंबर की कार उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित डॉ. कल्पना रानी के पास है
- डॉ. कल्पना रानी के पास टोल टैक्स कटने का मैसेज आया तो मुरथल थाना में शिकायत की
सोनीपत: भिगान टोल प्लाजा पर सिपाही के पास चोरी की कार मिली है। सिपाही को चोरी की कार बेची गई है। जब सिपाही कार लेकर भिगान टोल प्लाजा से निकले तो उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित असल नंबर की कार मालिक को मैसेज मिला तो उन्होंने मुरथल थाना पुलिस को जानकारी दी। मुरथल पुलिस ने सिपाही को रोककर कागजात मांगे तो कार के चोरी के होने का पता लगा। सिपाही ने मामले की शिकायत मुरथल थाना में देकर दो लोगों पर चोरी की कार बेचने का सोमवार को केस दर्ज कराया है।
गांव दुल्हेड़ा, झज्जर निवासी परीक्षित ने मुरथल थाना पुलिस को बताया कि वह हरियाणा पुलिस में झज्जर में सेवारत है। उनके गांव दुल्हेड़ा के राजबीर गाड़ियों की सेल-परचेज है। राजबीर के पास फतेहाबाद के गांव अकावली निवासी मंगतराम से दोस्ती हुई। मंगतराम ने रेवाड़ी के गांव गुडियानी निवासी प्रवीन से कार यूपी नंबर की कार 9 लाख 20 हजार रुपये में दिलवाई। कार चोरी की है और उसकी नंबर प्लेट व चेसिस नंबर बदले गए हैं। गाड़ी की आरसी 15-20 दिन में दे देंगे, लेकिन अभी तक आरसी नहीं दी। उन्होंने बताया कि वह अपने दोस्त के पास पानीपत गए थे। वहां से लौटते समय उन्होंने मुरथल के भिगान टोल प्लाजा पर अपना पहचान पत्र दिखाकर कार को निकाला था।
खाना खाने के लिए ढाबे पर रुके तो एक पुलिस की गाड़ी आई और उनकी कार के बारे में जानकारी। उन्होंने बताया कि कार को पांच माह पहले खरीदी थी। इसकी आरसी अभी नहीं मिली है। पुलिस ने बताया कि इस रजिस्ट्रेशन नंबर की कार उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित डॉ. कल्पना रानी के पास है। वह गाड़ी फिलहाल नोएडा में है। डॉ.कल्पना रानी का नंबर भी दिया। उनकी गाड़ी पर लगा नंबर उनकी कार का है। अभी भिगान टोल से टैक्स कटने का मैसेज आया है। इस तरह के मैसेज पहले भी मिले है। इसलिए मुरथल पुलिस को सूचना दी थी। सिपाही गाड़ी को मुरथल थाना में छोड़कर अपनी ड्यूटी पर चले गए थे। अपने स्तर पर जांच कराई तो पता लगा कि मंगतराम व प्रवीन ने उन्हें चोरी की कार नंबर व चेसिस नंबर बदलकर बेच दी है। अब उन्होंने मुरथल थाना में आकर शिकायत दी। पुलिस ने मंगतराम और प्रवीन के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में खयानत का मामला दर्ज किया है।
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