सोनीपत: देश को नंबर वन बनाना प्रधानमंत्री मोदी का सपना है: सांसद कौशिक
सोमवार को दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल में अटल आडिया लैब में आयोजित फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति डा.अर्चना मिश्रा ने की।
- देश की बिटियां अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन:कुलपति प्रो. छिक्कारा
- शिक्षण संस्थान की पहचान फैकल्टी से होती है: कुलपति डा.मिश्रा
सोनीपत: सासंद रमेश चंद्र कौशिक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य देश को विश्व में नंबर वन बनाना है। इस दिशा में दिन रात कर रहे हैं। 2030 तक हमारा देश तीसरी आर्थिक शक्ति के तौर पर पहुंच जाएगा। विश्वविद्यालय के विकास को लेकर पैसे की कमी को कभी भी आड़े नहीं आने दिया जाएगा।
सोमवार को दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल में अटल आडिया लैब में आयोजित फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति डा.अर्चना मिश्रा ने की।
सांसद कौशिक ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि युवा देश को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का कार्य करें। फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का लाभ शिक्षक लें तथा नई तकनीक का ज्ञान अपने शिक्षण संस्थान में कार्य कर रहे युवाओं को।
बीपीएसएमवी, खानपुर की कुलपति प्रो. सुदेश छिक्कारा ने बतौर विशिष्ट अतिथि कहा कि हमारे देश की बेटियां अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन कर रही हैं। स्वदेशी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को उन्नत बनाकर हम अपने देश को आर्थिक तौर पर समृद्ध बना सकते हैं।
कुलपति डा.अर्चना मिश्रा ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान की पहचान वहां की फैकल्टी से होती है। फैकल्टी के माध्यम से ही हम ज्ञान का प्रचार व प्रसार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का लाभ लेकर प्रतिभागी अपने अपने शिक्षण संस्थान में जाकर नवीनतम तकनीक की जानकारी युवाओं को देने का कार्य करेगें।
अटल आडिया लैब के निदेशक प्रो.रमेश कुमार गर्ग ने फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के बारे में कहा कि इसका लाभ शोधार्थी ले सकते हैं। शैक्षणिक अधिष्ठाता प्रो. आरसी नौटियाल, अटल आडिया लैब के निदेशक प्रो. रमेश कुमार गर्ग, प्रो. मृदुल चावला, प्रो. रामेश्वर दास, डा. प्रदीप शर्मा आदि उपस्थित थे।
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