सोनीपत: शत्रु से मुक्ति दिलाने वाली मां कालरात्रि की पुजा के लिए उमड़ी भीड़

मां कालरात्रि को संकट हरने वाली देवी यानि की संकटहरणी भी कहते हैं।  महंत मंशापुरी जी महाराज ने कहा कि नवरात्रों में माता के मन्दिर में जाकर पूजा करना शुभ होता है। पूजा के समय व्रत रखने वाले भक्तों को नारियल व चुन्नी के साथ माता का श्रृंगार भी प्रसाद में चढ़ाएं।

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सोनीपत, (अजीत कुमार): नवरात्रों के सातवें दिन गांव बडी में जीटी रोड स्थित महाकाली माता मन्दिर में पूजा अर्चना करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। पूजा करने के लिए शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों भक्त पहुंचे और पूजा अर्चना के बाद माथा टेककर मन्नत मांगी। मन्दिर के संस्थापक महंत मंशापुरी जी महाराज ने कहा कि नवरात्रों में मन्दिर में आकर पूजा अर्चना करने से माता अपने भक्तों की की मनोकामना पुरी करती है। सातवें नवरात्र में मां दुर्गा के सातवें स्वरूप का नाम मां कालरात्री की है। काल यानि मृत्यु का नाश करने वाली देवी के पूजन से शत्रु से मुक्ति के साथ सौभाग्य प्राप्त होता है। मां कालरात्रि को संकट हरने वाली देवी यानि की संकटहरणी भी कहते हैं।  महंत मंशापुरी जी महाराज ने कहा कि नवरात्रों में माता के मन्दिर में जाकर पूजा करना शुभ होता है। पूजा के समय व्रत रखने वाले भक्तों को नारियल व चुन्नी के साथ माता का श्रृंगार भी प्रसाद में चढ़ाएं। ऐसा करने से माता भक्तों की मन्नत पूरी करती है। नवमी के अवसर पर माता के दरबार में विशाल भंडारा लगेगा। भंडारा में ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंच कर माता का प्रसाद ग्रहण करें।

 

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