पानीपत: जहां अर्थ है वहां ग्राहक है: अश्वनी कुमार चौबे
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के स्वर्ण जयंती वर्ष उद्घाटन समारोह का कार्यक्रम शनिवार को सेवा साधना विकास केंद्र, पट्टी कल्याण, समालखा, जिला पानीपत में प्रारंभ हुआ। संगठन के देशभर से आए 800 पदाधिकारी शामिल। उद्घाटन सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के माननीय सरसंघचालक मोहन भागवत प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
- अर्थ जगत का चिंतन करने वाला, ग्राहक पंचायत पहला संगठन: सरसंघचालक माननीय मोहन
पानीपत: केंद्रीय उपभोक्ता कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने ग्राहक पंचायत के स्वर्ण जयंती वर्ष के उद्घाटन के साथ ही देश में जी-20 सम्मेलन का भी उद्घाटन हो रहा है। जी-20 में सम्मिलित देश विश्व की अर्थव्यवस्था के 70 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करते हैं। जहां अर्थ है वहां ग्राहक है। इस दृष्टिकोण से ग्राहक पंचायत का कार्य महत्वपूर्ण है।
अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के स्वर्ण जयंती वर्ष उद्घाटन समारोह का कार्यक्रम शनिवार को सेवा साधना विकास केंद्र, पट्टी कल्याण, समालखा, जिला पानीपत में प्रारंभ हुआ। संगठन के देशभर से आए 800 पदाधिकारी शामिल। उद्घाटन सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के माननीय सरसंघचालक मोहन भागवत प्रमुख रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लिया। मंच पर बड़ौदा इस्कान के प्रमुख स्वामी नित्यानंद जी तथा स्वामी विचार चिन्मयानंद जी के साथ स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह समिति के अध्यक्ष अशोक पांडे व ग्राहक पंचायत के अध्यक्ष नारायण भाई शाह भी उपस्थित रहे।
ग्राहकों के घरों तक किसानों के उत्पादनों को सीधे पहुंचाने का कार्य करेगी
केंद्रीय उपभोक्ता कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि कौटिल्य भी कहते थे – राजा और प्रजा के बीच पिता पुत्र का संबंध होता है। कुछ दिन चल पहले हमने एनसीआर में ग्राहकों को लाभ देने वाली एक योजना प्रारंभ की है। हमने किसानों से उनका उत्पादन सीधे खरीद कर ग्राहकों तक पहुंचना शुरू किया है। श्रीअन्न को सम्मिलित किया गया है। यदि यह प्रयोग सफल हुआ तो सरकार गाड़ियों के द्वारा देश के सभी ग्राहकों के घरों तक किसानों के उत्पादनों को सीधे पहुंचाने का कार्य करेगी। ग्राहकों को गुणवत्ता युक्त वस्तु मिले, यह विश्वास दिलाने की आवश्यकता है। हमने गहनों में हॉलमार्क अनिवार्य किया है। ग्राहक पंचायत के प्रतिनिधियों के साथ सरकार सहभागिता कर ग्राहकों को बेहतर सेवाएं देने तथा उन्हें शोषण से बचाने के लिए सभी तरह के संभव उपाय को अपनाने का प्रयास करेगी।
कमियों को छोड़ गुणवत्ता के सहारे आगे बढ़ना है: सरसंघचालक माननीय मोहन
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक माननीय मोहन भागवत जी ने कहा कि संगठन के 50 वर्ष पूरे होने के कारण हम इसे स्वर्ण जयंती वर्ष कह रहे हैं। ग्राहकों की समस्याओं को लेकर ग्राहक पंचायत ने जो कार्य किए हैं। उसके अनुसार हम इसे स्वर्ण जयंती वर्ष के स्थान पर स्वर्णिम वर्ष भी कहते हैं। ग्राहक को लेकर संपूर्ण अर्थ जगत का चिंतन करने वाला, ग्राहक पंचायत पहला संगठन है। शासन को भी उसने ग्राहक हित का कार्य करने में सहयोग दिया है। ग्राहक दर्शन देना, उसे अनुभव की कसौटी पर परख कर समाज जीवन में ले जाना यह ग्राहक पंचायत ने यह कर दिखाया है। ग्राहक आंदोलन की आयु नहीं होती, क्योंकि समाज में सदैव ग्राहक रहने वाले हैं।
अपने कार्यों का सिंहावलोकन करते रहें। क्या कमियां थी और क्या गुणवत्ता थी। कमियों को छोड़ गुणवत्ता के सहारे आगे बढ़ना है। ग्राहक पंचायत शासन प्रशासन से बातें करते समय अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग भी करती होगी। अंग्रेजी में कंज्यूमर शब्द आता है। इसका मतलब खाना होता है, आवश्यक नहीं व्यक्ति तभी खाये, जब उसे भूख लगी हो, वह रुचिकर होने पर भूख न लगने पर भी खा सकता है। परंतु ग्राहक शब्द आते ही पूरा भाव बदल जाता है। इसीलिए ग्राहक पंचायत ने ग्राहक शब्द को चुना है। हम समाज व्यापी हों, हमारी चरणबद्ध योजना हो। संगठन का हर कार्यकर्ता मजबूत हो। समस्या समाधान, ग्राहकों का प्रबोधन करना प्रमुख कार्य है। पंचायत शब्द आते ही यह भाव आ जाता है कि समाज का पंचों में विश्वास होता है। पंच नि:स्वार्थ भाव से कार्य करते हैं। 75 वर्षों तक हमें अपने कार्य को चार गुना बढ़ाना है। इसको कैसे करना है यह सोचने के लिए ही है अधिवेशन है।
सरसंघचालक चालक के उद्बोधन के बाद आभार प्रदर्शन अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत स्वर्ण जयंती समारोह समिति के अध्यक्ष अशोक पांडे ने किया।
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