सोनीपत:  मानव राष्ट्रीय ध्वज लहराने का नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बनाया

ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के संस्थापक कुलाधिपति, नवीन जिंदल फ्लैग फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत रहे बोले कि मैं फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया और ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी को बधाई देता हूं नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने में सफलता हासिल की है।

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  • 7368 उत्साही प्रतिभागियों के साथ सबसे बड़ा मानव झंडे का स्वरुप देकर विश्व कीर्तिमान बनाया
  • ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी और फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने बनाया वर्ल्ड रिकार्ड

सोनीपत, (अजीत कुमार): गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के निर्णायक, श्री ऋषि नाथ की उपस्थित में ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया के साथ मिलकर मंगलवार को सबसे बड़े मानव राष्ट्रीय ध्वज का स्वरुप 7368 उत्साही प्रतिभागियों के साथ देकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया।

श्री ऋषि नाथ इस बात की मंगलवार की रात को यह घोषणा करते हुए कि ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया के सहयोग से 7368 उत्साही प्रतिभागियों के साथ सबसे बड़ा मानव झंडे का स्वरुप देकर विश्व कीर्तिमान बनाया है। अब यह रिकॉर्ड जेजीयू और एफएफआई के नाम है। यह नया रिकॉर्ड आधिकारिक गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का हिस्सा हो गया है।

ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के संस्थापक कुलाधिपति, नवीन जिंदल फ्लैग फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत रहे बोले कि मैं फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया और ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी को बधाई देता हूं नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने में सफलता हासिल की है। भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने 23 जनवरी, 2004 को अपने फैसले में कहा कि, भारतीय संविधान सभी भारतीय नागरिक को भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता देता है और इसके तहत राष्ट्रीय ध्वज फहराना देश के हर नागरिक का मौलिक अधिकार है। हम सबसे पहले एक भारतीय हैं। साथ ही, यह भारत के सभी धर्मों, भाषाओं, संस्कृतियों और क्षेत्रों को दर्शाता है और इस प्रकार यह हमारी विविधता में एकता की सबसे बड़ी निशानी है।

संस्थापक उपकुलपति, प्रोफेसर डॉ. सी. राज कुमार ने कहा कि भारत के प्रमुख निजी विश्वविद्यालय की 15वीं वर्षगांठ है। सभी स्कूलों और संस्थानों में 11,000 से ज्यादा छात्रों और 1100 से अधिक प्राध्यापकों के साथ जेजीयूने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव के नए मानदंड स्थापित किए हैं। रजिस्ट्रार, प्रो. दबीरू श्रीधर पटनायक ने कहा कि हमने यह ऐतिहासिक कीर्तिमान हासिल किया है। सभी जातियों, क्षेत्रों या धर्मों में लोकतंत्र, समावेशिता, सम्मान और सहनशीलता का प्रतीक है।

फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया के महासचिव, मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) अशीम कोहली ने कहा कि तिरंगे की शान के लिए फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया राष्ट्रवाद की उस भावना को फिर से जगाने के लिए शुरू की गई एक कोशिश है। हमने देश भर में 80 से अधिक अति विशाल झंडे स्थापित किए हैं।

 

 

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