सोनीपत: गर्मियों में परिंदों को बचाने की जिम्मेदारी हम सबकी, करें पेयजल की व्यवस्था- श्यो प्रसाद

पानी के साथ अगर हम उनके लिए खाना भी रख देंगे, तो उन्हें ज़्यादा भटकना नहीं पड़ेगा और उन्हें सुविधा होगी। गर्मी में पानी को अमृत के समान माना जाता है। मनुष्य को प्यास लगती है तो वह कहीं भी मांग कर पी लेता है।

Title and between image Ad

सोनीपत: हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्ड के जिला समन्वयक सोनीपत श्यो प्रसाद ने आज जाखौली गांव में एक सभा को सम्भोधित करते हुए बताया कि हमें अपने घर की बालकनी, आंगन या छत में आप पक्षियों के लिए पानी रख सकते हैं। प्लास्टिक या स्टील के बर्तन में पानी न रखें। धूप में इन बर्तनों का पानी बहुत गर्म हो जाता है मिट्टी के बर्तन में पानी रखना सबसे अच्छा होता है।

पानी के साथ अगर हम उनके लिए खाना भी रख देंगे, तो उन्हें ज़्यादा भटकना नहीं पड़ेगा और उन्हें सुविधा होगी। गर्मी में पानी को अमृत के समान माना जाता है। मनुष्य को प्यास लगती है तो वह कहीं भी मांग कर पी लेता है। लेकिन मूक पशु पक्षियों को प्यास में तड़पना पड़ता है। हालांकि जब वे प्यासे होते हैं तो घरों के सामने दरवाजे पर आकर खड़े हो जाते हैं। कुछ लोग पानी पिला देते हैं तो कुछ लोग भगा भी देते है। इस गर्मी में पशु पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए लोगों को प्रयास करना चाहिए।

डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर ने ये भी बताया की जब हम किसी बर्तन में पानी डालते है तो उसमें पानी पीते समय मधुमक्खियां गिर जाती है जो फिर निकल नहीं पाती इसलिए उस बर्तन में एक टहनी भी जरूर डाल देनी चाहिए ताकि वो टहनी के सहारे फिर से उड़ सकें। श्यो प्रसाद ने लोगों से अनुरोध किया की वो इस प्रकार के कार्यों को करें क्योंकि धरती पर पेड़ पौधे के साथ-साथ जीव-जन्तु भी जरूरी है। अगर जीव-जन्तु व पेड़ पौधों की संख्या धरती से कम हो जाएगी तो पर्यावरण पर खतरा बढ़ जाएगा।

अभी जिस प्रकार पेड़ पौधों व जीव जन्तु की संख्या कम हो रही है, यह काफी चिन्ता का विषय है। हम सभी को इसपर ध्यान देकर इनको बचाना चाहिए। जिला समन्वयक का जाखौली गांव के ग्रामीणों ने इस विषय से अवगत करवाने पर आभार जताया इस अवसर पर गांव के बीएमसी अध्यक्ष मांगे राम व सौरव ,विनोद,राजेंद्र ,रमेश कुमार ,सुखबीर ,घनश्याम आदि ग्रामीण मौजूद रहें।

 

Connect with us on social media

Comments are closed.