पानीपत: दिल्ली पैरलल नहर विस्तारीकरण और जीर्णोद्घार का सीएम ने शिलान्यास किया
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में 80 लाख एकड़ कृषि योग्य भूमि है जिसमें से 30 लाख एकड़ की सिंचाई ट्यूबवैल के माध्यम से की जाती है। बाकी खेतों की सिचांई नहरों व अन्य जल स्रोतों से की जाती है। यमुना के पानी को निचले इलाकों में पहुंचाया जा सके ऐसी प्रदेश सरकार द्वारा योजना बनाई गई है।
- प्रदेश सरकार 304 करोड की राशि खर्च करेगी
- इसराना, पानीपत ग्रामीण व समालखा विधानसभा क्षेत्र के किसानों के साथ दक्षिण हरियाणा मिलेगा लाभ
पानीपत: मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने वीरवार को दिल्ली पैरलल नहर के विस्तारीकरण और जीर्णोद्घार कार्य का गुरुवार को शिलान्यास किया। दिल्ली पैरलल नहर के विस्तारीकरण और जीर्णोद्घार कार्य पर 304 करोड़ रुपये की राशि प्रदेश सरकार द्वारा खर्च करेगी। पानीपत जिले के इसराना, पानीपत ग्रामीण व समालखा विधानसभा क्षेत्र के हजारों किसानों के साथ साथ दक्षिण हरियाणा के लोगों को लाभ मिलेगा।
प्रदेश में 80 लाख एकड़ कृषि योग्य है भूमि
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में 80 लाख एकड़ कृषि योग्य भूमि है जिसमें से 30 लाख एकड़ की सिंचाई ट्यूबवैल के माध्यम से की जाती है। बाकी खेतों की सिचांई नहरों व अन्य जल स्रोतों से की जाती है। यमुना के पानी को निचले इलाकों में पहुंचाया जा सके ऐसी प्रदेश सरकार द्वारा योजना बनाई गई है। यह बड़ा प्रोजेक्ट है, हथिनी कुंड से लेकर गुरुग्राम तक के क्षेत्र में पीने के पानी की कमी नहीं रहेगी। माननीय सुप्रीम कोर्ट का निर्णय भी हमारे पक्ष में आया है। हमारे हिस्से का एसवाईएल का पानी और मिल सके इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
पानी की बचत के लिए धान न लगाएं
प्रदेश सरकार द्वारा पानी की बचत के लिए धान न लगानेे वाले किसानों को सात हजार रूपये प्रति एकड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि दिए जाने का प्रावधान किया गया है। बीते सीजन में प्रदेश में डेढ़ लाख एकड़ में धान की बिजाई कम की गई। सूक्षम सिंचाई से लेकर टपका सिंचाई से पानी की बचत की जा सके।
पानी की क्षमता 5528 क्यूसिक से बढ़कर 7280 क्यूसिक हो जाएगी
सीएम ने कहा कि दिल्ली पैरलल नहर के निर्माण का यह कार्य करनाल जिले के मुनक हैड से शुरु होकर सोनीपत जिले के खुबडू हैड तक किया जाएगा। विस्तारीकरण कार्य के पूरा होने के बाद इस नहर में पानी की क्षमता 5528 क्यूसिक से बढ़कर 7280 क्यूसिक हो जाएगी। इसकी चौड़ाई 85 फुट से बढ़कर 98 फुट हो जाएगी और गहराई 11.5 फुट से बढ़कर 13.5 फुट हो जाएगी। करनाल, पानीपत, सोनीपत सहित दक्षिण हरियाणा के लोगों की यह मांग थी कि दिल्ली पैरलल नहर में पानी की क्षमता बढ़ाई जाए।
लास्ट लाइनिंग 50 साल पहले 1972 में हुई थी
सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के सलाहकार देवेंद्र सिंह (रिटायर्ड आईएएस) ने मुख्यमंत्री का विभाग की ओर से स्वागत किया और कहा मुख्यमंत्री की ओर से आदेश दिए गए थे। यह एक बहुत बड़ा प्रोजेक्ट था, काफी समय से लंबित था। इसकी क्षमता बढ़ाने के लिए 44 किलोमीटर के इस टुकड़े का जीर्णोद्धार किया जाएगा। इसकी लास्ट लाइनिंग 50 साल पहले 1972 में हुई थी। लाखों किसानों को लाभ मिलेगा। तालाबों को ठीक करने के लिए तालाब अथॉरिटी भी बनाई गई है जिसके तहत 18 हजार तालाब प्रदेश में ठीक किए जाएंगे।
सिठाना व सिंहपुरा वासियों ने सीएम को पगड़ी पहनाई
गांव सिठाना व सिंहपुरा की ओर से ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल का पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। इस मौके पर पानीपत ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा, पानीपत शहरी विधायक प्रमोद विज, भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ. अर्चना गुप्ता, उपायुक्त वीरेन्द्र दहिया, पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत सहित विभिन्न प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
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