November 9, 2025

दादा कुशाल सिंह के 350वें बलिदान पर राज्यस्तरीय एकता महोत्सव 14 नवंबर को

State level unity festival on 14th November on the 350th martyrdom of Dada Kushal Singh

सोनीपत: कार्यक्रम स्थल पर भूमि पूजन करते हुए, कार्यक्रम में शामिल प्रतिनिधियों को स्मृति चिह्न देते सदस्य।

  • कार्यक्रम के लिए भूमि पूजन कर निमंत्रण देने प्रदेश भर में बस को किया रवाना
  • भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बडौली, मेयर राजीव जैन, सीएम के ओएसडी विरेन्द्र बढख़ालसा

सोनीपतराई शिक्षा नगरी में 14 नवंबर को अमर बलिदानी दादा कुशाल सिंह दहिया के 350वें बलिदान दिवस पर राज्यस्तरीय कार्यक्रम होगा, जिसमें मुख्यमंत्री नायब सैनी मुख्य अतिथि रहेंगे। यह आयोजन धर्म, सत्य और राष्ट्र रक्षा की प्रेरणा देगा तथा समाज को एकजुट करेगा।

मंगलवार को कार्यक्रम स्थल पर हवन यज्ञ के साथ भूमि पूजन हुआ। इसमें भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी विरेन्द्र बढख़ालसा, विभिन्न खापों के प्रधान तथा सामाजिक-धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। हवन के पश्चात सभी जातियों के प्रतिनिधियों ने प्रदेश भर में निमंत्रण यात्रा के लिए बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह बस हर क्षेत्र में जाकर लोगों को आमंत्रित करेगी ताकि अधिकाधिक जन भागीदारी सुनिश्चित हो।

State level unity festival on 14th November on the 350th martyrdom of Dada Kushal Singh
सोनीपत: कार्यक्रम स्थल पर भूमि पूजन करते हुए, कार्यक्रम में शामिल प्रतिनिधियों को स्मृति चिह्न देते सदस्य।

प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली ने पत्रकारों से कहा कि दादा कुशाल सिंह दहिया ने गुरु तेगबहादुर के शीश को आनंदपुर साहिब पहुंचाने के लिए अपना शीश दान किया था, जिससे मुगल इसे छू न सकें। उनका बलिदान स्वाभिमान और वीरता का प्रतीक है। युवाओं को इससे प्रेरणा लेकर धर्म, समाज और देश के लिए समर्पित होना चाहिए। यह कार्यक्रम समाज को एकजुटता की नई दिशा देगा, जहां सैकड़ों खाप प्रतिनिधि, धार्मिक संगठन और आमजन भाईचारा व सांस्कृतिक गौरव का संदेश फैलाएंगे।

State level unity festival on 14th November on the 350th martyrdom of Dada Kushal Singh
सोनीपत: कार्यक्रम स्थल पर भूमि पूजन करते हुए, कार्यक्रम में शामिल प्रतिनिधियों को स्मृति चिह्न देते सदस्य।

मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी विरेन्द्र बढख़ालसा ने कहा कि संकट के समय वीरों ने शीश कटाने से गुरेज नहीं किया। बलिदान हमारी संस्कृति की सबसे बड़ी पूंजी है, जिसे नई पीढ़ी आगे बढ़ाए। यह अवसर ऐतिहासिक होने के साथ भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनेगा। गुरु तेगबहादुर के बलिदान दिवस पर फरीदाबाद से शुरू यात्रा इस कार्यक्रम में शामिल होगी, जिसका भव्य स्वागत होगा। जिला स्तर पर बलिदान स्मृति यात्रा का भी स्वागत किया गया।

कार्यक्रम में उपायुक्त सुशील सारवान, कैप्टन भूपेन्द्र, मेयर राजीव जैन, देवेन्द्र कौशिक, अशोक भारद्वाज, बिजेन्द्र मलिक, नीरज ठरु, अनूप दहिया, योगेश सिलानी, सुरेन्द्र बानिया, हीरालाल, आजाद सिंह नेहरा, रविन्द्र दिलावर, नंदकिशोर चौहान, सुरेन्द्र मदान, पुनीत राई, तकदीर नरवाल, संजय सिंगला, अनिल सेहरी, दिनेश ठेकेदार, धर्मबीर सैनी, कविता शर्मा, बबीता दहिया, बीर सिंह, अक्षित दहिया, राजीव अग्रवाल तथा हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान की खापों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। यह आयोजन मानवता और धर्म रक्षा की बलिदानी परंपरा को जीवंत करेगा।

 

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