December 14, 2025

पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर पकड़कर बड़ा साइबर ठगी गिरोह उजागर

Police busts a major cyber fraud gang by busting a fake call centre

सोनीपत: ऑनलाइन नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के गिरफ्तार सदस्य।

सोनीपतसोनीपत जिला पुलिस ने ऑनलाइन नौकरी का झांसा देकर लोगों से भारी ठगी करने वाले एक सक्रिय गिरोह का मंगलवार को पर्दाफाश किया है। साइबर थाना टीम ने तकनीकी निगरानी और निरंतर जांच के आधार पर पंजाब के मोहाली में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर पर कार्रवाई करते हुए चार युवकों को गिरफ्तार किया। यह गिरोह हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों के युवाओं को नौकरी दिलाने का भरोसा देकर धन ऐंठ रहा था। शिकायतों के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की और गिरोह की गतिविधियों को चिन्हित किया।

सोनीपत पुलिस आयुक्त ममता सिंह और पुलिस उपायुक्त पश्चिम तथा साइबर कुशल पाल सिंह के निर्देशन में साइबर थाना टीम ने पुरजोर प्रयास करते हुए पूरे नेटवर्क की जानकारी एकत्र की। इसके बाद मोहाली में दबिश देकर कॉल सेंटर संचालित करने वाले चार युवकों को काबू किया गया। सभी आरोपी ऑनलाइन नौकरी दिलाने के नाम पर पंजीकरण शुल्क, इंटरव्यू शुल्क, तकनीकी परीक्षण राशि और प्रोसेसिंग शुल्क मांगकर लोगों से लाखों रुपये वसूल रहे थे।

Police busts a major cyber fraud gang by busting a fake call centre
एसीपी साइबर राजदीप मोर जानकारी देते हुए।

एसीपी साइबर राजदीप मोर पत्रकारों को बताया कि पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक लाख पैंतीस हजार रुपये नकद, 12 मोबाइल फोन और 10 लैपटॉप बरामद किए हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और फर्जी वेबसाइट तथा कॉलिंग सिस्टम के जरिये लोगों को झांसा देता था।

सेक्टर तेरह निवासी गोपाला कृष्णा ने बताया कि उन्हें एक ऑनलाइन कंसल्टेंसी से नौकरी का प्रस्ताव भेजकर संपर्क किया गया और विभिन्न शुल्कों के नाम पर लगभग पांच लाख रुपये हड़प लिए गए। कॉल तथा संदेशों से संतोषजनक उत्तर न मिलने पर उन्होंने साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर जांच आगे बढ़ी।

निरीक्षक बसंत कुमार के नेतृत्व में बनी टीम एएसआई नवदीप, एएसआई विनीत, मुख्य सिपाही प्रदीप, सिपाही विकास और एसपीओ दिनेश ने तकनीकी विश्लेषण कर आरोपियों की लोकेशन ट्रेस की। पुलिस ने मोहाली में दबिश देकर शिवम, राहुल, मनोज और फैज नामक युवकों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इन्हें अदालत में पेश कर रिमांड पर लेकर पूछताछ की और बरामद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की गहन जांच शुरू की। पूछताछ पूरी होने के बाद सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

एसीपी साइबर राजदीप मोर ने नागरिकों से अपील की कि किसी अनजान कॉल, लिंक या नौकरी प्रस्ताव पर भरोसा न करें और अग्रिम भुगतान की मांग करने वालों से दूर रहें। यदि कोई व्यक्ति साइबर अपराध का शिकार होता है तो तुरंत नजदीकी थाने में शिकायत करें या साइबर हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।

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