नेपाल हिंसा में मृतकों की संख्या बढ़कर 51 हुई, अंतरिम पीएम को लेकर असमंजस जारी
नेपाल हिंसा में मृतकों की संख्या बढ़कर 51 हुई।
नेपाल। नेपाल में जारी हिंसा और विरोध प्रदर्शन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 51 हो गई है। गुरुवार को 17 और मौतें दर्ज की गईं, जिसमें गाजियाबाद की रहने वाली एक भारतीय महिला भी शामिल है। इससे पहले बुधवार तक 34 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी थी। हिंसा के कारण गंभीर राजनीतिक अस्थिरता उत्पन्न हो गई है।
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया है, लेकिन अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्ति पर अभी भी सहमति नहीं बन सकी है। सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री बनाने पर बातचीत अंतिम चरण में है, जबकि संसद भंग करने के मुद्दे पर विवाद बना हुआ है। राष्ट्रपति पौडेल ने संसद भंग करने से इनकार किया है, जबकि कार्की का तर्क है कि संविधान के अनुसार गैर-सांसद को प्रधानमंत्री बनने से पहले संसद भंग होनी चाहिए। मेयर बालेन शाह ने भी कार्की का समर्थन किया है।
स्थिति में सुधार के संकेत भी दिख रहे हैं। काठमांडू में हालात सामान्य होने लगे हैं। सेना गश्त कर रही है, दुकानें खुल रही हैं, और मलबा साफ किया जा रहा है। भारत ने विशेष उड़ानों के माध्यम से नागरिकों को नेपाल से निकालना शुरू कर दिया है। आंध्र प्रदेश से 140 लोग सुरक्षित लौट चुके हैं। सोनौली व पानीटंकी बॉर्डर से भी भारतीय नागरिक वापसी कर रहे हैं। भारत-नेपाल सीमा के कई चेक पॉइंट्स खुल चुके हैं। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने हेल्प डेस्क भी स्थापित किया है।
सेना ने महाराजगंज क्षेत्र में दो संदिग्धों को विदेशी नोट और मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार किया। धादिंग जिले की गजुरी जेल से भागे 43 कैदियों को फिर से पकड़ लिया गया। अब तक देशभर से 135 हथियार बरामद किए जा चुके हैं।
नेपाल स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 51 मृतकों में से 30 की मौत गोली लगने से हुई है, जबकि बाकी 21 जलने, घाव और अन्य चोटों से मरे हैं। मरने वालों में पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। देशभर में राजनीतिक संकट के बीच सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया गया है।
