कार्तिक पूर्णिमा: सतकुम्भा में किया स्नान मेले में पहुंचे हजारों श्रद्धालु
कार्तिक पूर्णिमा: सतकुम्भा में किया स्नान मेले में पहुंचे हजारों श्रद्धालु
गन्नौर, अजीत कुमार। बुधवार, 5 नवंबर 2025 को सतकुम्भा तीर्थ धाम पर कार्तिक पूर्णिमा का विशाल मेला लगा। सुबह चार बजे से श्रद्धालु सतकुम्भा के कुंड में डुबकी लगाने लगे।
पीठाधीश्वर श्री महंत राजेश स्वरूप महाराज के परम सानिध्य में स्वयंसेवक सेवा में लग रहे। आने वाले सब लोगों ने माथा टेक आशीर्वाद दिया, कार्तिक भर का स्नान आज पूर्ण हो गया। सबके घर में सुख-शांति बरसेगी।
सप्तर्षियों की तपोभूमि कहलाने वाला यह कुंड सत्य का सागर है। स्नान करने वालों के श्रद्धा से चेहरे खिल उठे; बच्चे, बुजुर्ग, नवविवाहित जोड़े सबने एक स्वर में कहा मन हल्का हो गया। मेला परिसर में अखंड भंडारा चला। अहीर माजरा, खेड़ी गुर्जर, बुलंदपुर के स्वयंसेवकों ने पंगत में भंडारे की सेवा की। सतकुम्भा की ओर से निःशुल्क पार्किंग की गई। सैकड़ों गाड़ियां खड़ी हुईं; गन्नौर पुलिस ने ट्रैफिक की जिम्मेदारी संभाला।

पीठाधीश्वर श्री महंत राजेश स्वरूप जी महाराज ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा पर कुम्भ जल अमृत बन जाता है। यहां स्नान से पाप कटते हैं, गंगा जमुना सरस्वती जैसे स्नान का पुण्य मिलता है। शाम को आरती हुई, दीपदान से आकाश जगमगाया। हजारों हाथों ने जय सतकुम्भा की आरती की।
प्रबंधक सूरज शास्त्री ने बताया कि पांडू पिनारा से सुरेंद्र जी प्रवेश के अलावा सत्यवान स्वरूप जी महाराज, सोमबीर, अमन, आदि स्वयंसेवक रात-दिन सेवा में डटे रहे। मेले में खेल खिलौने बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र बने। मेला भक्ति और सेवा का जीता-जागता उदाहरण बना। श्रद्धालुओं ने मन्नत मांगी, प्रसाद लिया और अपने दामन में खुशहाली से भरे।
फोटो में देखें सतकुम्भा तीर्थ धाम पर कार्तिक पूर्णिमा का मेला

मेले में पहुंचे हजारों श्रद्धालु

मेले में पहुंचे हजारों श्रद्धालु

मेले में पहुंचे हजारों श्रद्धालु

मेले में पहुंचे हजारों श्रद्धालु

मेले में पहुंचे हजारों श्रद्धालु

मेले में पहुंचे हजारों श्रद्धालु

मेले में पहुंचे हजारों श्रद्धालु
